पर्यावरण दिवस
जल अग्नि आकाश वायु थल
जब तक सारे शुद्ध न होंगे !
परमाणु हथियार बढे है
कैसे कहेंगे युद्ध न होंगे !! १ !!
जीव जंतु औषधियां सारी
निर्भर है इन पांच तत्व पर
नदियां दूषित वायु प्रदूषित
जनसँख्या बढ़ती घनत्व पर !!२!!
प्रकृति सम्पदाओं का दोहन
नैसर्गिक सुख नष्ट हुआ है
चक्र बदलता मानसून का
देखो कितना कष्ट हुआ है !!३!!
कंक्रीटों का जंगल बाढ़ा
ग्लोबल वार्मिंग है मुँह बाये
प्लास्टिक राख व् कूड़ा करकट
उर्वरकों का युग ले आये !!४!!
घातक बीमारी है आयी
प्रादुर्भाव हुआ रोगों का
उपभोक्तावादी दुनिया है
बढ़ते साधन उपभोगों का !!५!!
पर्यावरण दिवस न भूलो
प्रतिदिन इसको याद करो
पांच तत्व की इस दुनिया से
सब मिल करके प्यार करो !!६!!
----श्रवण कुमार मिश्रा -----
------लखनऊ ------
जल अग्नि आकाश वायु थल
जब तक सारे शुद्ध न होंगे !
परमाणु हथियार बढे है
कैसे कहेंगे युद्ध न होंगे !! १ !!
जीव जंतु औषधियां सारी
निर्भर है इन पांच तत्व पर
नदियां दूषित वायु प्रदूषित
जनसँख्या बढ़ती घनत्व पर !!२!!
प्रकृति सम्पदाओं का दोहन
नैसर्गिक सुख नष्ट हुआ है
चक्र बदलता मानसून का
देखो कितना कष्ट हुआ है !!३!!
कंक्रीटों का जंगल बाढ़ा
ग्लोबल वार्मिंग है मुँह बाये
प्लास्टिक राख व् कूड़ा करकट
उर्वरकों का युग ले आये !!४!!
घातक बीमारी है आयी
प्रादुर्भाव हुआ रोगों का
उपभोक्तावादी दुनिया है
बढ़ते साधन उपभोगों का !!५!!
पर्यावरण दिवस न भूलो
प्रतिदिन इसको याद करो
पांच तत्व की इस दुनिया से
सब मिल करके प्यार करो !!६!!
----श्रवण कुमार मिश्रा -----
------लखनऊ ------
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