गुरुवार, 27 सितंबर 2012


जीवन मृत्यु

काल के गाल में
सब कुछ समायेगा !
जो भी यहाँ जन्मा है
निश्चित ही ! मृत्यु भी पायेगा !!

एक पवित्र आत्मा है
अद्भुत ! अगम्य !
मृत्यु रहित , जन्म रहित
पूर्ण चैतन्य !!

जन्म भी नहीं
और मृत्यु भी नहीं !
नित नूतन और पावन
जन्मेजयी ! कालजयी !!

सब कुछ यही मिला
देह, गेह , संपत्ति !
मेरा जो है ही नहीं
क्यों फिर आशक्ति !!
--स्वामी अनंत चैतन्य --लखनऊ --

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