जीवन मृत्यु
काल के गाल में
सब कुछ समायेगा !
जो भी यहाँ जन्मा है
निश्चित ही ! मृत्यु भी पायेगा !!
एक पवित्र आत्मा है
अद्भुत ! अगम्य !
मृत्यु रहित , जन्म रहित
पूर्ण चैतन्य !!
जन्म भी नहीं
और मृत्यु भी नहीं !
नित नूतन और पावन
जन्मेजयी ! कालजयी !!
सब कुछ यही मिला
देह, गेह , संपत्ति !
मेरा जो है ही नहीं
क्यों फिर आशक्ति !!
--स्वामी अनंत चैतन्य --लखनऊ --
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें