सोमवार, 12 जुलाई 2010

वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के अमृत वचन --1

श्री गणेशाय नमः
श्री सदगुरुवे नमः


वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के अमृत वचन


1
अपना मूल्य समझो और विश्वास करो कि तुम संसार के सबसे महत्व पूर्ण व्यक्ति हो

2

अपने को मनुष्य बनाने का प्रयत्न करो , यदि इसमें सफल हो गए तो हर काम में सफलता मिलेगी

3

सद्ज्ञान और सत्कर्म यह इश्वर प्रदत्त पंख है , जिनके सहारे स्वर्ग तक उड़ सकते है

4
गृहस्थ एक तपोवन है , जिसमे संयम , सेवा और सहिष्णुता कि साधना करनी पड़ती है

5
प्रसन्न रहने के दो ही उपाय है , आवश्कताए कम करे या परिश्थितियों से तालमेल बिठाये


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