सोमवार, 12 जुलाई 2010

कुछ घरेलू नुश्खे ---- इन्हें आजमा कर देखे !

श्री गणेशाय नमः

कुछ घरेलू नुश्खे ---- इन्हें आजमा कर देखे !

दांत दर्द में   
हल्दी और सेंधा नमक महीन पीस कर , उसे शुद्ध  सरसों के तेल में मिला कर सुबह शाम मंजन करने से दाँतों का दर्द बंद हो जाता है .

बच्चो के पेट में कीड़े
छोटे बच्चो के पेट में कीड़े हो तो सुबह और शाम में प्याज का रस गरम करके करीब १ तोला ( लगभग १२ ग्राम ) पिलाने से कीड़े मर जाते है .

शिशुओ का वमन
पके अनार के फल का रस कुनकुना गरम करके प्रातः , मध्ध्यान , सायं को एक एक चम्मच पिलाने से शिशु वमन बंद हो जाता है .

आग से जल जाने पर
कच्चे आलू पीसकर उसका रस निकाल ले , फिर जले हुए स्थान पर उस रस को लगाने से आराम मिलेगा .
इमली की छाल जलाकर उसका महीन चूरन बना ले उस चूरन को गाय के घी में मिला कर लगाने से जले हुए स्थान पर आराम मिलेगा .

पेशाब में जलन
ताजे करेले को महीन महीन काट ले , फिर हाथों से अच्छी तरह से मल दे ..फिर उस करेले के रस को किसी शीशे के बर्तन में इकठा कर ले . फिर वही पानी पचास ग्राम की खुराक बना कर दिन में ३ बार पीने से जलन शांत हो जाती है .

जुकाम
 २५० ग्राम गाय का दूध गरम करके उसमे १२ दाना काली मिर्च और १२ ग्राम मिश्री पीस ले फिर दूध में मिला कर सोते समय रात में पीले जल्दी ही जुकाम ठीक हो जाएगा .

फोड़े
नीम की मुलायम पत्तियों को पीस कर गाय के घी में पका कर ( ज्यादा गरम न हो ) हलके कपडे के सहारे बंधने से फोड़ा जल्दी ही ठीक हो जाएगा .


                            कृपया गंभीर स्थितियों में केवल डॉक्टर को दिखाए ..केवल नुख्सो के सहारे न रहे.

प्रणाम 
स्वामी अनंत चैतन्य 
लखनऊ

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें