खुशी ने जबसे , घर पर
दस्तक देना बंद कर रक्खा
तभी से मुस्कुराता हूँ !
"बहुत खुश हूँ मै"
यह बात मै सब को बताता हूँ !
बेवजह , बेबात पर
बस हँसता ,खिलखिलाता हूँ !
खुश हूँ , यह दिखाना तो
बाहर की बात है !
लबों पर रोशनी रखी
दिल के अन्दर तो रात है !
स्वामी अनंत चैतन्य
( अनंत पथ का पथिक )
लखनऊ
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