उदास मन से मैंने पूछा ,
आज क्यों उदास हो ?
बोला , कारण तो पता नहीं
बस लगता है की उदास हूँ !
फिर कहा , तुम ज्यादा न सोचो
कारण भी न जानो
क्यों की मै ज्यादा देर रुकता नहीं एक जगह
उदासी के घर से लौट आयूंगा जल्दी ही ,
क्योकि खुशियों के घर आज पार्टी है
नृत्य है , संगीत है , बुलावा आया है !!
स्वामी अनंत चैतन्य
( अनंत पथ का एक पथिक )
लखनऊ
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